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हैरीवुड - Harywood: यह इस वेबसाइट पर उपलब्ध हरियाणवी इतिहास, किस्सों व् संस्कृति की रागणियों-लोकगीतों व् फ़िल्मी गीतों की सूची है; जिसके अंतर्गत हर किस्से/हिस्से की एक-एक रागणी/गीत किस्से/हिस्से के नाम के साथ सूचीबद्ध है| इस सूची के किसी भी किस्से/हिस्से को पूरा सुनने हेतु यहां क्लिक करें| |
Albums |
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शहीद-ए-आजम भगत सिंह |
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Gopi-Chand |
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Films |
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फुट्कार |
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बीजा-सोरठ |
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अमर गौरक्षक हरफूल सिंह |
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अलबम: 'जाट बेकाबू होग्या' |
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चाळा होग्या रै |
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किसान-मजदूर |
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उपरां-तळी |
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फुटकार (रणबीर बड़वासणिया) |
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फुटकार (राजकिशन अगवानपुरिया) |
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गुरु गोरखनाथ के शब्द |
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दादा लख्मीचंद का ब्रह्मज्ञान |
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अमर धर्मरक्षक ज्ञानी चोर |
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शिवजी का ब्याह |
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कृष्ण-सुदामा |
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Shaheed Bhagat Singh |
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1857 अजादी विद्रोह व् हरियाणा |
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पाणीपत की चौथी लड़ाई |
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नया दौर |
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तुझे सत्-सत् नमन मेरे किसान |
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जागी महिला हरियाणा की |
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Haryana Vigyan Manch |
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हरियाणवी तीज-त्यौहार |
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Anti-Wine Campaign |
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डब्ल्यू. टी. ओ. (WTO) |
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परमाणु करार (Nuclear Deal) |
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Fouji Mehar Singh |
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1857 - Revolution |
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झलकारी बाई |
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सुण प्रधानमंत्री |
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Subhash Chander Bose |
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देशभक्ति - Patriotic |
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कर्षण जन्म |
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List on continuous growth |
Disclaimer applied |
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NH Link Building |
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Local Emergency HelpLines |
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Police Station Julana: 01683-274719
Police Control Room Jind: 01681-245711, 100
Civil Hospital Jind (Emergency): 01681-245722
Civil Hospital Jind (Ambulance): 01681-245501
Fire Brigade Jind: 01681-251273
PGI Rohtak (Reception): 01262-211305, 2222
PGI Rohtak (Accident and Emergency): 01262-211304
UHS Rohtak: 01262-212812
Central Bank of India, Nidana: 01681-232322
Telephone Exchange, Nidana: 01681-232398 | |
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Highlighted & Featured |
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हरयाणवी तीज 2020
मौज- मस्ती से भरपूर सावन महीने की अमावस के तीसरे दिन अपनी मस्ती लुटाता हुआ 'तीज' का त्योहार आता है। हरयाणा को सांस्कृतिक पहचान देने वाले त्यौहारों में से 'तीज' पर्व सबसे महत्वपूर्ण व मुख्य है। हरयाणावासी इस त्योहार का बङी धूम-धाम व दिल खोलकर स्वागत करते है। बच्चो मे, महिलाओ मे, बुजूर्गों में और सबसे अधिक किसानों में इस पर्व का चाह बहोत पहले ही चढ जाता है। चैत और बैसाख में गेंहू की कटाई के बाद लोग सावन के महीने का बेसब्री से इंतजार करते है, क्योकि इसी महीने से त्योहारों की व हरयाली की शुरुआत होती है।
......आगे पढ़िए |
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JAKARI: SUPREMACY OF HARYANVI WOMEN
Material culture includes the objects or belongingness of human- beings, including a wide range of tangible items, which we can see, feel or touch. Costumes, utensils, resources, machines, art, monuments, buildings, written records, religious images, weapons, clothing, factories, neighbourhoods, cities, schools, and so forth, that people use to define their culture are part of material culture.
...... read more |
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श्री दादा नगर खेड़ा सभ्यता
जय दादा खेड़ा पाल की, खापलैंड के भाल की!
खापलैंड के हर गाँव में एक मंजिला, धरातल से वर्गाकार, सामान्यत: सफेद रंग का, शिखर पर गोल-गुम्बद, किसी प्रतिमा-मूर्ती से रहित छोटा सा खेड़ाल्य पाया जाता है जिसको आमभाषा में ......आगे पढ़िए |
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अगर आज छोटूराम होते तो!
अगर किसान मसीहा दीनबंधु सुशासन के सर्वोत्तम प्रतीक सर छोटूराम इक्क्सवीं सदी में अवतारें तो किसानों-दीनहीनों के ऐसे कौनसे कार्य उनकी प्राथमिकता रहते, जैसे कि उन्होंने उनके प्रथम अवतार में किये थे? ......आगे पढ़िए |
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The Nidana model of Biological control of Pests
NHCS-11: 'Historical Khap resolution on Pests and Pesticides'. This whole case study is an alive and most fresh evident cum example of learning ...... read more |
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पल्ला-झाड़ संस्कृति!
किसी समाज-पंथ-देश का दुनियां पर वर्चस्व इसी बात से निर्धारित होता है कि वहां लिंग-भेद (gender-bias) किस स्तर का है। कोई मुझे पश्चिम (western europe) में बैठा होने के कारण कितना ही कोसे और ......आगे पढ़िए |
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आत्मज्ञान - च्यांदणा - Enlightenment |
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न्यडाणा के बगड़! |
मैं लुटेरों का बेटा हूं! |
यह कविता हरियाणा के उन राजनीतिज्ञों और समाज-सुधार के ठेकेदारों के मुंह पर एक तमाचा है जिन्होंने हरियाणा को जाट बनाम गैर-जाट का महाभारत बना रख छोड़ा है| इस कविता में जो तथ्य कवितार्थ किये गए हैं वो सिर्फ इस कविता में नामित गाँव के ही नहीं अपितु हरियाणा के हर दूसरे गाँव की कहानी ऐसी ही है:
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
आधुनिकता नै तोड्या भाईचारा, दर्शन भी दुर्लभ हुए||
किलानुमे घेरे म्ह, कुणबे कई रह्या करदे,
दुःख-सुख सारे रळ-म्यल कें गहया करदे|
चोर-डाकू जो फंसया इनमें, लकड़ पाया नहीं,
यें बन्दोंबसत रयाह्स के चाक-चोबंद हुया करदे||
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
एक बगड़ सांझरण, जिसका दादा लछमन सरमाया,
ताहरी मर्जी ब्यन कदे बगड़ म च्यड़ा भी उड़ ना पाया|
दो दुर्ग हेलियाँ बीच को, बारणा सोसाइटी का बताया,
जाट-बाणिये दोनूं पड़ोसी, इनका बसेरा कट्ठा कुहाया||
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
एक बगड़ यू चेतु बाजै, दुन्नी के गेल नैं लाग्गें,
बाक्खे ओड़ नाई बसें, जीह्म्मर-डूम बीच जटवाड़े कै|
खात्तड़ की गूँज न्यरोळी, गाम की सबतें दूंगी खोळी,
खात्ती-छिम्बी अर जाट, बणा रे एक साज्झी कोळी||
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
इब बात खाडू की सुण ले, बीचों-बींच गाम कै बड़ ले,
बाहरणे पै दस्तक बयन, मुस्सी भी के भीतर बड़ ले|
नाई-जाटां का यू डेरा, पड़ोस लागते बाह्मण भी ले,
बाह्मण-बगड़ तीन बताये, भंता गाम का उत्तर गढ़ ले|
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
मढवे-लुहारां की एक गाळ, कुम्हार बसैं नाई-आळए की पाळ,
धाणक लय्कडै भंते की गाळ, एह्ड़ी-तेल्लियाँ का एक खाळ|
पराणी परस की बगल म, देख चमारां आळए बगड़ नैं,
फुल्ले-भगत तै न्यूं-ए कणछै, गलतफहमी ब्यन ना बासण तयड़कै||
बगड़ गाम के दुर्ग हुए, बडेरे प्रहरी धुर लग हुए|
आधुनिकता नै तोड्या भाईचारा, दर्शन भी दुर्लभ हुए||
लेख्क्क: फूल कुंवार म्यलक
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ना मैं कोई खोजकर्ता,
ना कोई सियासतदान हूं।
खड़ा हूं कुछ सवाल लिए,
मैं हैरान हूं परेशान हूं।
कौन ललकारा शोशल मीडिया में,
कौन घिरा तलवारों में|
सफेद झूठ वो मुरथल का,
कैसे छप गया अखबारो में|
दुकान मकान के चर्चे ही चर्चे,
इन्सान जले का फिक्र नहीं।
जिसने भाईचारा फूंका है,
उस बंदर का कहीं जिक्र नहीं।
आज कोस रहे है 35 उनको,
जिसने कभी किसी को कोसा नहीं।
हैरान करती है भेड़चाल मुझको,
ये सांसद किसी का मौसा नहीं।
लुटेरों की कौम थी जिसने,
दुकान मकान सब तोड़ दिए|
पर सड़कों पे खड़े लदे ट्रक,
उन लुटेरों ने कैसे छोड़ दिये।
जिस बिस्तर पे राहगिरों को सुलाया,
अभी मैं भी उसी पे लेटा हुं।
गर फंसों को खिलाना लूट है,
तो गर्व है मुझे मैं लुटेरों का बेटा हूं।
लेख्क्क: रमेश चहल
द्यनांक: 12/03/16
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छोटी-बड़ी 615 हरयाणवी कहावतें
615. जाट रांडा मरे दुर्भागा, ब्राह्मण भूखा मरे दुर्भागा
614. जिनके मर ज्या बादशाह रोते फिरें वजीर!
613. सीख बिराणी, करै कुणबा घाणी!
612. कुल्हड़ी म्ह गुड फोड़ना!
611. कोड्डे हो कें ऊंटा की चोरी नी होया करदी!
610. घर देख कै खावे, पडोसी देख कमावे!
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Legendary figures admired locally
Dadavir Bhoora Singh Dalal Ji
Dadavir Nihanghiya Singh Dalal Ji यौद्धेय शिरोमणी दादा चौधरी जाटवान जी महाराज
Samarvir Shri Gokula Veer Maharaj
Amarjyoti Bhagat Phool Singh Malik
Dada Ghasi Ram Ji Malik
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NH Opinion Adda |
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Debates and Reviews |
Sr. |
Event/Story/Serials |
Doc |
91 |
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90 |
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87 |
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86 |
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85 |
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84 |
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What is NH Point-View: Purpose is to analyse such various T.V. Debates and Print Media stuff which revolves around rural life of India. |
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NH Notes |
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Heritage, Pride and Appeals |
Sr. |
Event/Story |
Doc |
78 |
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77 |
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75 |
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74 |
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73 |
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What is NH Short-Note: Section for one or two page articles and stories. |
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NH Thumbs-up |
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Applauding/Enlightening |
Sr. |
Event/Story |
Doc |
105 |
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104 |
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103 |
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102 |
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101 |
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99 |
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95 |
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NH Thumbs-down |
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Rectifiables/Avoidables |
Sr. |
Event/Story |
Doc |
65 |
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64 |
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62 |
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61 |
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60 |
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55 |
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Law and Life |
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Cases/Clauses/Referrals |
Sr. |
Event/Story |
Doc |
30 |
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29 |
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26 |
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Uncommons and Abnormals |
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Brilliances |
Sr. |
Event/Story |
Doc |
14 |
14th Murray's Jat Lancers in Age of Empire III – Asian Dynasties Video Game |
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Nidana Heights Research Lab (NH ReL) |
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हरियाणा यौद्धेय उद्घोषम् |
"जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर (दादा बैया/दादा भैया/बड़े दादा/बाबा भूमिया/बाबा जठेरा/ग्राम खेड़ा)" |
मोर पताका: सुशोभम् |
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जय माँ हरयाणवी! - जय दादी भारती!
माँ और मातृभूमि स्वर्ग से बेहतर हैं! - माँ अर मातरभूमि सुरग तैं स्याऊ हो सैं! - Mother and motherland are superior to Heaven |
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NH Research e-Lab: अगर आप स्थानीय स्तर के किसी भी सामाजिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक या स्वास्थ्य सम्बन्धी विषय/विषयों के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं या तथ्यों की गहरी समझ और चिंतन रखते हैं और मानते हैं कि आपके चिन्तन में इनके हल भी छुपे हैं| तो अपने विचार/लेख/श्वेत पत्र हिन्दी, हरियाणवी या अंग्रेज़ी भाषा में हमें nidanaheights@gmail.com or Contact Us पर भेजिए| हम उसका विश्लेषण कर हमारी वेबसाइट से प्रकाशित करेंगे|
विशेष: स्थानीय जाति, धर्म, वर्ग, आयु, लिंग विशेष पर आधारित चिंतन-लेखन, जो आज तक अनछुए रहे हों को प्राथमिकता देना हमारा ध्येय है| CS = Case Study, I = Incomplete |
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History-Politics
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Socio-Culture
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Psychological
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Dr. Dalal Agri-Eco Lab
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Art & Life
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मीडिया की अनिमंत्रित व् अनियंत्रित ट्रायलें बंद हों|
कानून नागरिक के मानसिक संतुलन की रक्षा करे|
जब पुलिस तक को बिना कानूनी वारंट के किसी भी आम नागरिक को इन्टेरोगेट करने की इजाजत नहीं तो फिर यह इजाजत मीडिया को कैसे मिली हुई है और कौनसे भारतीय कानून ने दी हुई है कि सामने वाले की मर्जी हो या ना हो, जाओ और उसके मुंह के आगे माइक लगा के कर दो अपनी भड़ास रुपी सी दिखती सवालों की बौछार? निसंदेह: अब इस पर भारतीय जनता को कानून माँगना होगा और मीडिया की इस गैर-जरूरी और हद से बाहर झाँकने व् बिना किसी कोर्ट-कानून के जनता के बीच से किसी की भी मीडिया-ट्रायल बनाने की बिगड़ैल आदतों पर नकेल लगानी होगी| आखिर कहीं तो किसी की जिम्मेदारी होगी, आम आदमी को इनकी अनिमंत्रित व् अनियंत्रित टॉर्चेरिंग से बचाने की? - NH | |
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गर्व से कहिये, 'मैं हरियाणवी हूँ'!
ब्याह-शादी, तीज-त्योहारों पर अपने पहनावे प्रणाइये|
ठीक है आधुनिक वैश्विकता का जमाना है और हर जगह और हर मौके पे ना तो मर्द धोती-कुर्ता/कुर्ता-पायजामा पहन सकता और ना ही औरत कुर्ता-दामण; लेकिन ब्याह-शादी और तीज-त्योहारों की बेलाओं पर इनका पहनना, आदान-प्रदान जारी रखने में क्या हर्ज? जब एक बंगाली शादी करता है तो शुद्ध-परम्परागत बंगाली पहनावा, पंजाबी पंजाबी पहनावा, तेलुगु, तमिल, मलयाली, पहाड़ी, गुजराती सब अपने-अपने परम्परागत वेश-भूषा पहनना गर्व और आनंद की बात समझते हैं तो फिर हम हरियाणवी क्यों पीछे रहें? आइये अपने पहनावे को अपनी पहचान दें! - NH |
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शस्त्र-शास्त्र हर कोई सीखे!
कर्मक्षेत्र गुण से निर्धारित हो, जन्म से नहीं!
जब एक शास्त्र हाथ में रखने वाला, दूसरे हाथ में शस्त्र रख सकता है या रखने की काबिलियत रखता होता है तो एक शस्त्र हाथ में रखने वाला, दूसरे हाथ में शास्त्र रखने की काबिलियत क्यों नहीं रखता होगा या रख सकता? इंसानों को सात्विक-तामस-राजस गुण के हिसाब से बड़े होने दीजिये, फलने-फूलने दीजिये, उन्होंने किस जाति-वर्ण में जन्म लिया है, उसके अनुसार उनपे उनका कर्म या उनकी क्षमता मत थोंपीए! किसी इंसान का सात्विक-राजस-तामस गुण का होना ना ही तो किसी जाति-विशेष के बपौती हैं और ना ही वर्ण विशेष की, किसी भी गुण का इंसान किसी भी जाति अथवा वर्ण में जन्म ले सकता है| - NH |
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NH Inside |
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Proverbs - 615 |
Audios - 1255 (69 Albms) |
Charts - 40 |
Poetry - 284 |
NH Articles - 139 |
e-Books - 46 (16 Links) |
Helplines - 10 |
Infodesks - 15 (265 Links) |
Videos - 212 (15 Series) |
Tables - 31 |
Chhann - 135 |
Ref. Articles - 118 |
Estate Chapters - 35 |
Survery - 2 |
Pages - 303 (in 3 languages) |
Photos - 897 (38 Albms) |
Reports -11 |
Puzzles - 74 |
Case Studies - 11 |
Personality Profiles - 27 |
Job Sites - 36 |
Core Text Size ≈ 1675 pages |
Banners & Messages - 96 |
Posters - 20 |
Local Tips - 65 |
References - 329 |
Guestbook Signatures - 45 |
Quotes - 102 |
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Pageviews: 1207846 |
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© Nidana Heights 2012-19 |
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