e-Media
Audios
mediahn-ajoobe.html
mediahr-hary-in-bolly.html
!!!......Self-promotion void of obsession is a must to get the world acquaint with your existence........!!!
You are here: Home > e-Media > Haryanvi Music Audios > Kisse Authorwise
Kisse (Authorwise)
Technical Problem Notice: Dear prestegious users and followers of NH, due to an ongoing techincal problem on server side, Haryanvi Audios Section is not available until the issue prevails. Server team is working on it. Thanks for your patience and being with us meanwhile. As an indication to problem got resolved this notification will be taken off. - NH Admin Team

NH Haryanvi Music Audios Hub
11 Movements, 4 Kisse (Authorwise) - 226 Ragnies
A total of 1255 Selective Haryanvi रागनियाँ/लोकगीत/चलचित्र/रंगशाला-Ragnies/Folklores/Cinema/Theatre Audios on NH


साभार आभार और समर्पण: निडाना हाइट्स स्तुति करती है महाकाल और परमात्मा के उन रहनुमाओं की जिन्होनें हरयाणवी संस्कृति को शब्द और स्वरबद्ध किया| जिनमें मुख्यत: नाम आते हैं फौजी दादा जाट मेहर सिंह दहिया जी बरोणा वाले, दादा लख्मीचंद जी जानकी वाले, उनके गुरु दादा दीपचंद ब्राह्मण जी, दादा पंडित मांगेराम जी, दादा चन्द्रबादी जी, दादा धनपत डूम निन्दानिया जी, दादा भगत भाजे नाई जी सिसाणा वाले, दादा दयाचंद मैना जी, दादा खेमचंद (खीमा) जी बखेता वाले, और दादा मान सिंह|

और हमारी वेबसाइट का यह भाग समर्पित है उन सब गायकों और संगीतकारों को जिन्होनें उपरलिखित दादाओं की रचनाओं को सुर और लय देने में अपने जीवन अर्पण किये और हरयाणवी संगीत को देदीप्यमान ऊंचाईयां दी|



Motive: Solely to facilitate the local youth with music of root culture; and it is purely a non-profit, non-commercial listen to only purpose. Disclaimer applied.
डॉक्टर रणबीर सिंह दहिया - 109
यह भाग समाज से बालविहाह, दहेज़, जहाँ-तहाँ महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों, नशा और ऐसी ही अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ है| समाज का वो हिस्सा जो इन बुराइयों में कभी नहीं था या इनसे पल्ला झाड़ अपने को मुक्त कर चुका है वो आगे आयें और अपने आस-पड़ोस को भी इन सुरसा-मुखी राक्षसी प्रथाओं से मुक्त बनाएं| इसके साथ-साथ हरियाणवी गौरव, इसकी संस्कृति और गीत-संगीत को प्रचारित करना एवं किसान की पीड़ा को उजागर करना, इस भाग का दूसरा मुख्य उद्देश्य है|
चाळा होग्या रै
किसान-मजदूर
पाणीपत की चौथी लड़ाई
नया दौर
तुझे सत्-सत् नमन मेरे किसान
जागी महिला हरियाणा की
डब्ल्यू. टी. ओ. (WTO)
परमाणु करार (Nuclear Deal)
हरयाणा व्यज्ञान मंच
शराब-बंदी मुहीम
सुण प्रधानमंत्री
1857 अजादी विद्रोह - क्यस्सा हरियाणा
झलकारी बाई
1- झाँसी की रजधानी म
2- झलकारी के गाम म्ह थे
3- झाँसी के राज की सब जाणता
4- फिरंगी ने मिल गद्दारों से
5- लक्ष्मीबाई के पास म पहुंची
6- अपनी रक्षा के लिए फ़ौज बणाई
7- झाँसी राज की फतह करण की
8- आज़ादी की लहर चली मेरे
9- झाँसी की राजधानी पै
10- झाँसी की राजधानी पै-2
11- सूरवीर मर्दानी थी झलकारीबाई
12-किले के दरवाजे पै सिंहनी मार रही
13- लोग सब कर रहे थे सोच-व्यचार
14-ले कै नंगी तलवार राणी रण म बडगी
1857 - आज़ादी विद्रोह
शहीद भगत सिंह
List on continuous growth
दादा जाट फौजी मेहर सिंह - 57
फौजी मेहर सिंह
(डॉक्टर रणबीर सिंह दहिया)
जाट मेहर सिंह
1- करकें घाय्ल तड़पती छोड्डी
2- मैनै आती-जाती पुलिस-कैदियों का
3- घड़ी ना बीती ना पल गुजरे
4- जहाज रोक ले रे सौदागर
5- बीर-मर्द हम दो बाळक सैं
6- अल्लाह तैं हम असना होगे
7- बेशर्मी छागी सारे कै
8- के बूझोगे दर्द-मर्द की
9- टोटे के म्ह दुखी रहगी
10- के बूझोगे बात रहण द्यो मन की
11- नहा-धो कें स्यर करवा ले
12- तू हरसी के सुणता जाईये हो
13- या गाड्डी कित ले जावैगी
14- मैं कदकी रुक्के दे रही सूं
15- के सपने का ज्य्क्र बात एक
16- तड़कै देगा और रामजी
17- चकवा-चकवी सुणे बोलते
18- ले कें दे दे, करकें खा ले
19- दो दयन का जीणा दुनिया म्ह
20- मन का मणिया, साँस की डोरी
21- रस ब्यन इश्क, इश्क ब्यन आश्यक
22- बणी-बणी के सब कोई साथी
23- मात-प्य्ता और भाई-बंधु
24- साथ रहणिया संग के साथी
25- आधी उम्र बाप कै खो दी
26- आज रयात का ज्य्क्र रहण द्यो
27- मेले की मैनै सैर करा दे
28- ग्यण कैं दे लिए बोल 360
29- के बात्तां का ज्य्क्र करूँ
30- के सपने का ज्य्क्र करूँ
31- हो री सूं बेमार सखी
32- कहँ जाट तैं डूम हो लिया
33- इसतैं सुथरे और भतेरे
34- म्यरी तबियत डायटी डटती कोन्या
35- काळी-पीळी रयात अँधेरी
36- सास-जळी घर तैं काढ़ी
37- रयात अँधेरी गयरती-पड़ती
38- बुरा मायन चै तू भला मान
39- के सपने तेरा ज्य्क्र करूँ
40- आधी-रयात स्य्खर तैं ढळगी
41- हे पति मेरा देहरादून गया
42- ओ परदेशी लग्या साल दूसरा
43- भारत-देश हमारे की आज
List on continuous growth
दादा लख्मीचंद - 60
लख्मीचंद का ब्रह्मज्ञान
1-कृष्ण जी अवतार धार कें
2-च्यम्की-च्यम्की री या बिजळी
3-मेरा मन भससिया
4-पृथ्वी की नदियों म्ह उत्तम
5-शिवजी के मन गुण कद गावैगा
6-एक को मार पांच मर जाते
7-हे जिनके हाथ म्ह काम है
8-निर्गुण है अलख नाम
9-इस मोह-माया-तृष्णा के बस हो
10-जिसनें करी दगा की कार दगा
11-जगत म्ह मोह लिए
12-आधी राय्त शय्खर तें ढळगी
13-मनुष जन्म मुश्क्यल तें म्यलता
14-धर्म स्यंघ कै च्यार चरण थे
15-ऐसा उत्तर दिया प्रभु नैं
16-जय्ब ब्रह्मचारी शादी करते
17-मौत-भूल का एक प्यता है
18-ऊँच-नीच कर
लख्मीचंद
1- आधी रयात अँधेरी म्ह
2- आंख्यां म्ह च्योंदा सा लाग्या
3- अपणी अक्ल पास म्ह कोन्या
4- अपणी शरण म्ह ले ले
5- करकें दूर जिगर-धड़ के नैं
6- बेटे आळा किला टूट ग्या
7- बेवारस की ढाळ फिरै सै
8- भेद खोलणा चहियै बेटी
9- बिया-बान म्ह फिरते-फिरते
10- चढ़या आळकस काया के म्ह
11- चौपड़-सार खिला ले सौरठ
12- चोर-जार लुच्चे-डाकू का
13- धनभाग आज घर आया
14- ध्यान गया दरवाज्जे पै
15- दुनियां म्ह खूब ज्य्क्र था
16- एक की दारु, दो बतलाये
17- थारे रचे तैं इस दुनिया के
18- चाल कें टोह ले राजा नल नैं
19- जल्लादों नैं अपणे तेग्गे
20- जी चाहवै तो दक्षिणा दे दिए
21- झूठ-कपट-छळ-बेईमानी म्ह
22- करकें दया छोड़ द्यूं उसनें
23- काच्ची-कान्नी देखै राणी
24- यूं आंख्यां पै धरी ठेकरी
25- क्यूकर करग्या जी आवण नैं
26- ले म्यरी राम-रमी मैं जा सूं
27- मन बैरी मेरा बदलै सै
28- मरण दे जननी मौका यो ठीक बताया
29- माता नैं बणवास टोह लिया
30- मीराबाई नाम हूर का
31- प्रण तोड़ कैं ब्याह करवा ले
32- परदेशी की श्यान देख कैं
33- परदेशी नैं शरण दई सै
34- परवाना छाती कै ला लिया
35- रहण द्यो हे जान द्यो
36- राजी हो कें पी ले देवर
37- रै सुण राजा राजनीती की
38- सखी-सहेली कठ्ठी हो कें
39- स्याणी बेटी घरां कवारी
40- सोवै थी अपणी मौज म्ह
41- उलटी गंगा पहाड़ चढ़ी
42- विपद पड़ी लक्कड़हारे पै
List on continuous growth
......
.......
1-......
............

Jai Dada Nagar Kheda Bada Bir


Concept & Architecture: P. K. Malik

Publisher: NHReL

Share
NH Banners & Messages
“Say no to Dowry”
Eliminate this sex inequality!
Human purchases vegetables, cattle even all routine courses in hand to hand give and take deal then why this blunder mistake in marriages that only girl’s side will pay and that too in double costs in terms of daughter and dowry both? Lets stop this male dominance and female discrimination. - NH
 
“Adore the girl child”
Say no to female foeticide!
If you can’t bear the birth of a girl child in your family, you should not expect a bride for your son. Invaders are gone, lets bring  back our divine period of Vedic times for our females. - NH
 
“Lead the Change”
Keeping the system of discussion alive!
Moving with time and adapting the change is the only key to sustain civilizations. - NH
© Nidana Heights 2012-19